
लखनऊ। अखिल भारतीय बढ़ई महासभा के द्वारा अपना बाज़ार विभूति खण्ड गोमती नगर लखनऊ में पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि मनायी गयी। इसका उद्घाटन मा० विश्राम शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्य अतिथि इश्वरदीन शर्मा संरक्षक व संचालन संदीप शर्मा ने किया ।
इस अवसर पर उपस्थित सभी गणमान्य बढ़ई रत्न पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह जी की चित्र पर पुष्प चढाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
और इस अवसर पर वक्ताओं ने राजनैतिक पार्टियों द्वारा बढई जाति को सत्ता मे भागीदारी नही दिये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। और विधान सभा चुनाव 2022 मे इसका परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
अखिल भारतीय बढ़ई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा० विश्राम शर्मा ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भारत के राष्ट्रपति के पद पर आसीन रहे। ज्ञानी जैल सिंह का जन्म पंजाब में संधवा नाम के छोटे से गांव में पांच मई 1916 को रामगढि़या (बढ़ई जाति) के साधारण परिवार में किशन सिंह के तीसरे पुत्र के रूप में हुआ। ज्ञानी जी का असली नाम जनरैल सिंह था।
रामराज शर्मा ने कहा कि कुटीर उद्योग हेतु सरकारी जमीनों का पट्टा व उद्योग हेतु ब्याज मुक्त ऋण दिया जाए। विनोद शर्मा ने कहा कि इंजीनियरिंग तकनीकी संस्थानों में रिक्त कारपेन्टर के पदों पर केवल बढ़ई जाति की नियुक्ति किया जाय।
विपिन शर्मा जी ने कहा कि किसी भी जाति का विकास सत्ता मे भागीदारी के बिना सम्भव नही है, बढई जाति के विकास के लिये बढई विकास निगम की स्थापना करना/ विश्वकर्मा जयंती का राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाय। आलोक शर्मा ने कहा कि बढई जाति को अनुसूचित जाति में सम्मिलित किया जाए।
नगर अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि इण्टरमीडिएट उतीर्ण बढई समाज के कुशल युवकों को आई०टी०आई० का प्रमाण पत्र जारी कर उन्हें सरकारी नौकरियों में भर्ती किया जाए। अशोक शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बढई पुरस्कार की घोषणा किया जाए।
इस अवसर पर अनरूध शर्मा, अवलेश कुमार शर्मा, नथुनी शर्मा,राधे शर्मा , परशुराम शर्मा, शोनु शर्मा , सुर्य देव शर्मा,अवधेश शर्मा, संजय शर्मा , शम्भू शर्मा, झोटिल शर्मा , मनोरंजन कुश्वाहा, समसुल हक शिवमंगल शर्मा, वकिल शर्मा, संदीप शर्मा , आदि ।
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